भारत में नॉन-मेट्रो शहरों में अंतिम वर्षों में दूसरे हाथ की कारों की बाजार में वृद्धि दिखाई दी है। विशेष रूप से, जनवरी 2024 से मार्च 2024 तक के दौरान, इन छोटे शहरों में सेकेंड हैंड एसयूवी कारों की बिक्री में 40% की वृद्धि हुई है। यह तेजी से साबित करता है कि टियर 2 और टियर 3 शहरों के लोग अब अधिक प्रीमियम कारों की ओर ध्यान दे रहे हैं। एसयूवी कारों के सुविधाजनकता और एडवांस फीचर्स के कारण, ह्युंडई क्रेटा, टाटा नेक्सॉन, फोर्ड ईकोस्पोर्ट, मारुति सुजुकी ब्रेजा और ह्युंडई वेन्यू जैसे मॉडलों की मांग सेकेंड हैंड कार बाजार में बढ़ गई है। यह स्पष्ट है कि गाड़ी खरीदने वाले लोग अब अपने ड्राइविंग अनुभव को स्टाइलिश बनाने के लिए तैयार हैं।
ऑटोमोटिव इंडस्ट्री ने 2024 की शुरुआत एक बड़े धमाके के साथ की है। इस साल की पहली तिमाही में, देश के एक प्रमुख प्लेयर, कार्स24 (CARS24) ने अपनी ड्राइव टाइम क्वाटरली रिपोर्ट जारी की, जिसमें उन्होंने उपभोक्ताओं के बदलते रुझानों के बारे में जानकारी प्रदान की। इस रिपोर्ट के अनुसार, इस वर्ष की पहली तिमाही में, न केवल आंकड़ों में ही बल्कि कार खरीदने के लोगों की दृष्टिकोण भी पूरी तरह से बदल गई है। पिछले 3 महीनों में, टियर 2 और टियर 3 शहरों में उपभोक्ताओं के व्यवहार में बदलाव आया है। पिछले साल की तुलना में, सेकेंड हैंड कारों की मांग में 30% की वृद्धि देखी गई है, जिसके कारण नई कारों की मांग में कमी आई है।
इन शहरों में बढ़ती बिक्री से स्पष्ट है कि लोग अब नए मॉडल्स के बजाय अधिक से अधिक सेकेंड हैंड कारों की ओर ध्यान दे रहे हैं। अहमदाबाद, कोची, जयपुर, सूरत, भोपाल, इंदौर और लखनऊ जैसे शहरों में, कार अब सिर्फ एक परिवहन का साधन ही नहीं, बल्कि एक स्टाइल और स्टेटस सिंबल भी बन गई है। इस रुझान के कारण, प्रीमियम फीचर्स वाली सेकेंड हैंड कारों का बाजार तेजी से बढ़ रहा है और ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में नए बदलाव आ रहे हैं।
उपभोक्ताओं को आराम और लग्जरी को महत्व देने का एक और पहलू है। बीते तिमाही के दौरान, नॉन-मेट्रो शहरों में ऑटोमेटिक कारों की बिक्री में भी 30% की वृद्धि हुई है। यह आंकड़े दिखाते हैं कि उपभोक्ताओं के बीच लग्जरी फीचर्स के प्रति रुझान बढ़ रहा है। आज के उपभोक्ता अपनी कार में नवीनतम तकनीकी और प्रीमियम फीचर्स की इच्छा करते हैं। सनरूफ, कारप्ले/एंड्रॉइड ऑटो कंपैटिबिलिटी, एलॉय व्हील्स, जीपीएस सिस्टम और रियर व्यू कैमरा आज के ड्राइवर्स की स्टैंडर्ड जरूरत बन चुके हैं। ये फीचर्स उनके यातायात को आसान और मनोरंजनपूर्ण बना रहे हैं।
मारुति सुजुकी ने अपनी स्थिरता और लोकप्रियता को बनाए रखने के लिए कई वर्षों से प्रयासरत है। स्विफ्ट और बलेनो के साथ मारुति सुजुकी ने उपभोक्ताओं के दिलों को जीत लिया है। ये केवल कार नहीं हैं, ये लोगों के दिलों की धड़कन भी हैं। ह्युंडई और होंडा भी इस स्वतंत्रता के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। वे अपने डिज़ाइन और शैली के साथ उपभोक्ताओं को रोमांचक राइड का अनुभव प्रदान करते हैं। बीते तिमाही के दौरान इन ब्रैंडों की एसयूवी कारों की मांग एक महत्वपूर्ण स्तर तक बढ़ गई है। क्रेटा की मांग सबसे अधिक बढ़ी है। इसके बाद ब्रेजा, सीआर, और अर्टिगा भी लोकप्रिय कारें रहीं।
सेकेंड हैंड कारों के लिए फाइनैंसिंग की मांग भी बढ़ रही है। देशभर में, पिछले 90 दिनों में 35 करोड़ रुपये के कार लोन वितरित किए गए हैं। यह उपभोक्ताओं के लिए कार खरीदने की प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक बना रहा है। इसके अलावा, यह रुझान सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि छोटे और ग्रामीण इलाकों में भी फाइनैंसिंग की सुविधाएं कार की खरीद को आसान बना रही हैं। यह तेजीसे बढ़ती मांग और आसान फाइनेंस की सुविधा उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध है और सेकेंड हैंड कारों के बाजार को और भी विकसित करेगी।