भारतीय डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में एक दिलचस्प मोड़ आ सकता है। खबरों के मुताबिक, WhatsApp भारतीय यूजर्स के लिए UPI (Unified Payments Interface) के जरिए इंटरनेशनल पेमेंट शुरू करने की योजना बना रहा है। मौजूदा समय में, WhatsApp Pay घरेलू लेनदेन के लिए एक लोकप्रिय विकल्प है, लेकिन जल्द ही आप इसका इस्तेमाल विदेशी लेनदेन के लिए भी कर सकेंगे।
फीचर कैसा होगा?
यह सुविधा अभी शुरुआती चरण में है, लेकिन लीक हुए स्क्रीनशॉट्स के आधार पर कुछ अंदाजा लगाया जा सकता है:
- सीमित अवधि: लीक के अनुसार, यूजर्स एक बार में केवल 3 महीने तक ही इंटरनेशनल पेमेंट कर पाएंगे। इसके बाद, सर्विस को फिर से एक्टिवेट करने के लिए उन्हें दोबारा प्रक्रिया से गुजरना होगा। यह नियम फ्रॉड को रोकने और यूजर्स को उनके खर्च पर नजर रखने में मदद के लिए लागू किया जा सकता है।
- UPI पिन: इंटरनेशनल पेमेंट ऑन करने के लिए यूजर्स को अपने UPI पिन को दर्ज करना होगा। यह अतिरिक्त सुरक्षा लेयर यूजर्स की वित्तीय जानकारी को सुरक्षित रखने में मदद करेगा।
- चुनिंदा मर्चेंट: यह सुविधा केवल उन विदेशी मर्चेंट के लिए उपलब्ध होगी जिन्होंने खासतौर पर इंटरनेशनल UPI सर्विस को चालू किया है। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि विभिन्न देशों के बैंक इस सर्विस को कितनी तेजी से अपनाते हैं।
- देशों की सीमा: फिलहाल, यह सर्विस केवल उन्हीं देशों में काम करेगी जहां के बैंकों ने इंटरनेशनल UPI को इंटीग्रेट किया है।
क्या यह गेम चेंजर है?
निश्चित रूप से यह देखना दिलचस्प होगा कि WhatsApp UPI इंटरनेशनल पेमेंट भारतीय बाजार में कैसा प्रदर्शन करता है। कुछ संभावित फायदे हैं:
- सुविधा: WhatsApp का इस्तेमाल लगभग हर कोई करता है। UPI पेमेंट पहले से ही तेज और सुविधाजनक हैं, इसलिए इंटरनेशनल पेमेंट के लिए भी इसी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने से निश्चित रूप से सहूलियत होगी।
- तेज लेनदेन: UPI पेमेंट्स को उनकी तेज प्रोसेसिंग के लिए जाना जाता है। इससे अंतरराष्ट्रीय लेनदेन में लगने वाला समय कम हो सकता है।
- परिचित इंटरफेस: अधिकांश भारतीय यूजर्स पहले से ही WhatsApp Pay का इस्तेमाल करते हैं। इस वजह से, उन्हें किसी नए ऐप या इंटरफेस को सीखने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
हालांकि, कुछ चुनौतियां भी हैं जिन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता:
- बैंकिंग सिस्टम: अभी तक सभी भारतीय बैंकों ने इंटरनेशनल UPI सर्विस को चालू नहीं किया है। इसका मतलब है कि शुरुआत में कुछ सीमाएं होंगी।
- प्रतियोगिता: Google Pay, PhonePe और कई अन्य ऐप पहले से ही इंटरनेशनल पेमेंट की सुविधा दे रहे हैं। WhatsApp को इन स्थापित प्लेटफॉर्मों से कड़ी टक्कर मिलेगी।
- शुरुआती दिक्कतें: किसी भी नए फीचर की तरह, शुरुआत में कुछ तकनीकी दिक्कतें आ सकती हैं। इन मुद्दों को जल्दी से सुलझाना WhatsApp के लिए महत्वपूर्ण होगा।
निष्कर्ष:
WhatsApp UPI इंटरनेशनल पेमेंट भारतीय बाजार में डिजिटल पेमेंट के क्षेत्र में एक नया आयाम जोड़ सकता है। यह सुविधा कितनी सफल होगी, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि बैंक और विदेशी मर्चेंट इसे कितनी तेजी से अपनाते हैं। साथ ही, WhatsApp को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका सिस्टम दुरुस्त रहे और यूजर्स को एक सहज अनुभव मिले। कुल मिलाकर, यह बदलाव भारतीय उपभोक्ताओं के लिए विदेशी लेनदेन को और अधिक सुविधाजनक