भुगतान कंपनी पेटीएम पेमेंट्स बैंक (पीपीबीएल) के एमडी और सीईओ सुरिंदर चावला ने हाल ही में इस्तीफा दे दिया है। चावला का इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब पीपीबीएल भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की सख्त कार्रवाई का सामना कर रही है।
इस्तीफे के पीछे संभावित कारण:
- व्यक्तिगत कारण: चावला ने अपने इस्तीफे के लिए व्यक्तिगत कारणों और बेहतर करियर की संभावनाएं तलाशने का हवाला दिया है।
- आरबीआई की कार्रवाई: हाल ही में, आरबीआई ने पीपीबीएल पर नियामकीय मानकों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। इसके चलते, आरबीआई ने पीपीबीएल को नए ग्राहक खातों को स्वीकार करने पर रोक लगा दी थी।
प्रमुख घटनाक्रम:
- जनवरी 2023: सुरिंदर चावला पीपीबीएल के एमडी और सीईओ बने।
- जनवरी 2024: आरबीआई ने नियामकीय मानकों के उल्लंघन का हवाला देते हुए पीपीबीएल को नए ग्राहक खाते खोलने से रोक दिया।
- मार्च 2024: पेटीएम के प्रवर्तक विजय शेखर शर्मा ने पीपीबीएल के अंशकालिक गैर-कार्यकारी चेयरमैन का पद छोड़ दिया।
- अप्रैल 2024: सुरिंदर चावला ने पीपीबीएल के एमडी और सीईओ पद से इस्तीफा दिया।
आगे की राह:
- पीपीबीएल: पीपीबीएल को आरबीआई के निर्देशों का पालन करते हुए अपनी सेवाओं और प्रणालियों में सुधार लाना होगा। साथ ही, ग्राहकों का विश्वास पुनर्स्थापित करना भी उनकी प्राथमिकता होनी चाहिए।
- पेटीएम: पेटीएम को अपनी भुगतान सेवाओं के लिए बैंकिंग भागीदारों पर निर्भर रहना पड़ सकता है।
- ग्राहक: ग्राहकों को अब अन्य विकल्पों पर भी विचार करना पड़ सकता है, जो उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकें।
निष्कर्ष:
सुरिंदर चावला का इस्तीफा पेटीएम पेमेंट्स बैंक और पेटीएम दोनों के लिए एक बड़ा झटका है। आने वाले समय में यह देखना होगा कि पीपीबीएल आरबीआई के दिशानिर्देशों का पालन कैसे करता है और पेटीएम अपनी भुगतान सेवाओं को किस तरह से आगे बढ़ाता है।
अतिरिक्त जानकारी:
- ओसीएल और पीपीबीएल के बीच समझौते: वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (ओसीएल) और पीपीबीएल के बीच लगभग सभी समझौते मार्च 2024 में समाप्त हो चुके हैं।
- एनपीसीआई से मंजूरी: भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने ओसीएल को मल्टी-बैंक मॉडल के तहत तृतीय-पक्ष एप्लिकेशन प्रदाता (टीपीएपी) के रूप में यूपीआई में भाग लेने की मंजूरी दे दी है।
- पीएसपी बैंक: एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और यस बैंक पेटीएम के लिए भुगतान प्रणाली प्रदाता (पीएसपी) बैंकों के रूप में कार्य करेंगे।