पिछले कुछ समय में फूड डिलीवरी सेवाओं पर निर्भरता काफी बढ़ गई है. व्यस्त दिनचर्या और भागदौड़ में अक्सर शाम को खाना बनाने का समय नहीं मिलता या फिर मन नहीं करता, ऐसे में ज़ोमैटो जैसी फूड डिलीवरी कंपनियां काम आती हैं. लेकिन, हाल ही में जोमैटो ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे ग्राहकों की जेब पर सीधा असर पड़ेगा. कंपनी ने अपनी कस्टमर फीस में 25% की बढ़ोतरी कर दी है.
कितनी बढ़ी फीस?
पहले जोमैटो पर हर ऑर्डर पर 4 रुपये की कस्टमर फीस लगती थी. लेकिन अब कंपनी ने इसे बढ़ाकर 5 रुपये प्रति ऑर्डर कर दिया है. यह बढ़ोतरी फिलहाल दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, हैदराबाद और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों में लागू की गई है.
क्यों बढ़ाई फीस?
जोमैटो ने अभी तक इस कदम के पीछे का स्पष्ट कारण नहीं बताया है. कंपनी का कहना है कि यह एक “व्यवसायिक फैसला” है और वे समय-समय पर विभिन्न कारकों के आधार पर ऐसे फैसले लेते हैं. हालांकि, जानकारों का मानना है कि रेस्टोरेंट्स के साथ कमीशन को लेकर हो रही बातचीत और फूड डिलीवरी मार्केट की प्रतिस्पर्धा इस फैसले के पीछे कारण हो सकते हैं.
ग्राहक पर क्या होगा असर?
यह बढ़ोतरी सीधे तौर पर आपके ऑर्डर की कुल कीमत को प्रभावित करेगी. उदाहरण के लिए, मान लीजिए आप शाम को घर पर रहते हुए किसी रेस्टोरेंट से 250 रुपये का खाना मंगवाते हैं. पहले आपको कुल 254 रुपये (250 रुपये + 4 रुपये फीस) चुकाने होते थे. लेकिन अब इसी ऑर्डर के लिए आपको 255 रुपये (250 रुपये + 5 रुपये फीस) देने होंगे. भले ही यह बढ़ोतरी कम लग रही हो, लेकिन अगर आप हफ्ते में कई बार फूड डिलीवरी का इस्तेमाल करते हैं, तो यह एक साल में एक अच्छी खासी रकम बन जाती है.
क्या हैं विकल्प?
अगर आप फीस बचाना चाहते हैं तो आप स्विगी जैसे अन्य फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, स्विगी भी फिलहाल 5 रुपये प्रति ऑर्डर की फीस ले रहा है. भविष्य में हो सकता है कि स्विगी भी अपनी फीस में बढ़ोतरी कर दे. ऐसे में ग्राहकों के लिए विकल्प सीमित होते जा रहे हैं.
दूसरे बदलाव – इंटरसिटी लीजेंड्स सेवा बंद
जोमैटो ने हाल ही में एक और अहम बदलाव किया है. कंपनी ने अपनी “इंटरसिटी लीजेंड्स” सेवा को बंद कर दिया है. यह सर्विस उन ग्राहकों को अलग-अलग शहरों में स्थित रेस्टोरेंट से खाना मंगवाने की सुविधा देती थी. इस सर्विस को बंद करने के पीछे क्या कारण है, इसकी जानकारी फिलहाल नहीं मिल पाई है.
ग्राहकों की प्रतिक्रिया?
सोशल मीडिया पर ज्यादातर ग्राहक जोमैटो के इस फैसले से खुश नहीं हैं. कई यूजर्स का कहना है कि यह बढ़ोतरी पहले से ही महंगी होती जा रही फूड डिलीवरी सेवा को और भी महंगा बना देगी. वहीं, कुछ यूजर्स का कहना है कि अगर उन्हें अच्छा खाना और सर्विस मिलती रहे, तो वे इस मामूली बढ़ोतरी को स्वीकार कर सकते हैं. यह देखना बाकी है कि आने वाले समय में ग्राहक किस तरह से जोमैटो के इस फैसले पर प्रतिक्रिया देते हैं और क्या वे स्विगी जैसे अन्य प्लेटफॉर्म की ओर रुख करते हैं.